वाराणसी सिलिंडर धमाका : में पिता के साथ बाहर निकली मासूम आई जद में, गुब्बारा बेचने वाला गिरा था दस फीट दूर, एक का पैर उखड़ा
वाराणसी के सूजाबाद स्थित पोलाव शहीद बाबा की मजार के पास रविवार की शाम गुब्बारे में हवा भरने वाला सिलिंडर फटने से महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई।
वाराणसी के सूजाबाद स्थित पोलाव शहीद बाबा की मजार के पास रविवार की शाम गुब्बारे में हवा भरने वाला सिलिंडर फटने से महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई। जबकि हादसे में चार लोग घायल हो गए। घायलों को बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। घटना के दौरान राहगीर बबलू का दाहिना पैर उड़ गया, वहीं पिता आसिफ उर्फ कल्लू के साथ खरीदारी करने निकली पांच साल की मासूम आलिया भी घायल हो गई। बीएचयू स्थित ट्रॉमा सेंटर पर कमिश्नरेट पुलिस के आला अधिकारियों ने घटनाक्रम की जानकारी ली।
जानकारी के अनुसार, रामनगर थाना क्षेत्र के सूजाबाद में पोलाव शहीद बाबा की मजार है, शाम के समय आदमपुर कोनिया निवासी लल्ला सेठ(45) अपनी ट्राली पर गुब्बारा बेच रहा था। गैस सिलिंडर के जरिए शाम लगभग साढ़े पांच बजे गुब्बारे में हवा भर रहा था। इसी दौरान अचानक से सिलिंडर से धुंआ उठता दिखा।
कुछ लोगों ने सुरेंद्र उर्फ लल्ला सेठ(31) को इसकी जानकारी दी। अभी लल्ला कुछ समझता, उसी वक्त तेज आवाज के साथ सिलिंडर ब्लास्ट हो गया। विस्फोट इतना तेज था कि लल्ला सेठ उछल कर दस फीट दूर जा गिरा। शाम के समय बाजार में निकले कई राहगीर चपेट में आ गए।
गुब्बारा विक्रेता लल्ला सेठ और चौबेपुर स्थित मायके से भाई को राखी बांधकर कुंडा गांव स्थित घर जाने के लिए ऑटो के इंतजार में खड़ी गीता देवी(40) की मौके पर ही मौत हो गई। धमाका इतना तेज था कि एक किलोमीटर दूर का इलाका दहल गया। विस्फोट में राहगीर बबलू(35) का दाहिना पैर उड़ गया।
वहीं सब्जी लेने के लिए पिता आसिफ उर्फ कल्लू(35) के साथ पैदल बाजार निकली आलिया(5) घायल हो गई। पिता-पुत्री के पैर बुरी तरह जख्मी हो गए। कुंडा निवासी नवीन(20) को कंधे पर चोटें आईं। धमाका सुनते ही गांव में दहशत मच गई। गांव के लोग आनन-फानन खून से लथपथ घायलों को ऑटो में लेकर तुरंत बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर भागे।
सूचना पाकर रामनगर थाने और मुगलसराय कोतवाली पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। ट्रामा सेंटर में डीसीपी काशी जोन अमित कुमार ने घायलों के परिजनों से बातचीत करते हुए जानकारी ली। वहीं पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने विस्फोट मामले की जांच शुरू करा दी है। संभवत: गैस लीकेज होने से यह हादसा हुआ।
प्रेशर से फटता है हाइड्रोजन का सिलिंडर
हाइड्रोजन गैस काफी खतरनाक होती है, लेकिन सस्ती होती है। हाइड्रोजन गैस के सिलिंडर की अपेक्षा एलपीजी गैस के सिलिंडर की क्षमता अधिक होती है। हाइड्रोजन सिलिंडर का फटना प्रेशर पर निर्भर करता है। निगरानी नहीं होने के कारण इन सिलिंडर को तैयार करने में हल्की लोहे की चादर का इस्तेमाल किया जाता है। खुलेआम सिलिंडर से गैस भरकर गुब्बारे बेचने वालों पर पुलिस प्रशासन भी रोक नहीं लगाता। जबकि ये सिलिंडर कोई मानक नहीं रखते। ऐसे में खुलेआम मौत का सामान लेकर घूमने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन भी कार्रवाई से बचता है।